शास्त्रार्थ और धर्म के नियमों की व्याख्या मे इसका महत्व- दार्शनिक विवेचना
भारतीय सनातन धर्म मे शास्त्र और शास्त्रार्थ का बहुत ही अधिक महत्व है धर्म के नियम उनके अवयव की विवेचना का कार्य इन्ही की जरिये की जाती है। लेकिन आज के समय मे शास्त्रार्थ को वाद विवाद के रूप मे जाना जाता है जो इसकी व्याख्या को दूषित करता है। तो आज के इस लेख…