कैसे हुई कलियुग की शुरुआत और वो 5 स्थान जहां कलियुग का है निवास
हम सभी जानते है कि भारतीय सनातन परंपरा में चार युगों का वर्णन हैं। और प्रत्येक युग का उसका विशेष गुण और अवगुण है। चारों युगों के द्वारा इस सृष्टि…
हम सभी जानते है कि भारतीय सनातन परंपरा में चार युगों का वर्णन हैं। और प्रत्येक युग का उसका विशेष गुण और अवगुण है। चारों युगों के द्वारा इस सृष्टि…
भारतीय सनातन धर्म परंपरा मे सभी का परम लक्ष्य होता है उस परम सत्ता की प्राप्ति करना और इसको प्राप्त करने के लिए कई तरह के मार्ग बताए गए है…
भारतीय सनातन धर्म परंपरा मे मोक्ष का बहुत ही ज्यादा महत्व है। कर्म और कर्म फल के लिए और ईश्वर ध्यान साधना के जरिये मोक्ष और उस परम सत्ता की…
कार्तिक मास की पुर्णिमा तिथि जो कि सनातन धर्म मे बहुत महत्वपूर्ण तिथि है इस दिन पवित्र मास कार्तिक क्का समापन होता है। और इसी दिन देव दीपावली एवं कार्तिक…
भारतीय सनातन परंपरा मे जीतने भी शास्त्र या धार्मिक ग्रंथ है वो हमे धर्म मे निहित नियमो और निर्देशों के साथ साथ कई प्रसंगों के जरिये भी कई प्रेरणादायक बातें…
भारतीय सनातन धर्म मे शास्त्र और शास्त्रार्थ का बहुत ही अधिक महत्व है धर्म के नियम उनके अवयव की विवेचना का कार्य इन्ही की जरिये की जाती है। लेकिन आज…
सनातन धर्म मे कुम्भ मेले एवं स्नान का बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है। 4 वर्ष के अंतराल पर देश के 4 प्रमुख तीर्थ स्थलों पर कुम्भ मेले का आयोजन होता…
भारतीय संस्कृति हो या फिर कोई अन्य संस्कृति अथवा सभ्यता, पूजा पाठ और prayer की परंपरा सभी जगहों पर प्रचलित है। और लोगो का पूजा पाठ करने का उद्देश्य भी…
कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को भारतीय सनातन समुदाय के द्वारा दीपावली के पर्व का आयोजन किया जाता है। उस दिन हम सभी प्रकाशोत्सव का आयोजन बड़ी धूम धाम से…
भारतीय संस्कृति और परंपरा के अंतर्गत श्रावण मास के उपरांत आने वाले चतुर्मास का बहुत ही अधिक महत्व है। और इन्ही चतुर्मास का अंतिम मास कार्तिक मास होता है जो…